सिलीगुड़ी, 23 मई (नि.सं.)। कृषि के क्षेत्र में बदलाव का दौर जारी है। तकनीक आधारित खेती किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। इससे ना सिर्फ फसलों का उत्पादन स्तर बढ़ रहा है बल्कि किसानों को मुनाफा भी अधिक हो रहा है। फसलों पर उर्वरक और कीटनाशक का छिड़काव करना किसानों के लिए एक बड़ी समस्या रहती थी। किसानों की यह परेशानी भी अब दूर हो गई है और अब ड्रोन के जरिए कीटनाशक या उर्वरक का छिड़काव किया जा रहा है।
गुरुवार को राजगंज ब्लॉक के बेलाकोवा के कलारबाड़ी इलाके में जूट लगी भूमि पर ड्रोन से कीटनाशक का छिड़काव किया गया। एक निजी कीटनाशक कंपनी की ओर से इलाके के किसानों को खेती योग्य भूमि पर अत्याधुनिक तकनीक से कीटनाशक का छिड़काव करने का तरीका दिखाया गया। नई तकनीक से खेती योग्य भूमि पर कीटनाशक का छिड़काव देखने के लिए इलाके के किसानों की भीड़ उमड़ पड़ी।
बताया गया है कि इस अत्याधुनिक तकनीक के जरिए कम समय में कृषि भूमि पर कीटनाशक का छिड़काव किया जा सकता है। ड्रोन को एक एकड़ जमीन पर छिड़काव करने में केवल 15-20 मिनट का समय लगेगा। इसके अलावा यह ड्रोन एक बार में 10 लीटर कीटनाशक ले जा सकता है। जिससे बहुत कम समय में और कम लागत पर खेती योग्य भूमि पर कीटनाशक का प्रयोग संभव हो सकेगा।
इस संबंध मेें जलपाईगुड़ी जिले की पहली महिला ड्रोन पायलट पूजा राय ने कहा कि मैं इस ड्रोन को उड़ाने का प्रशिक्षण लेकर इस प्रोजेक्ट पर काम कर रही हूं। इस अत्याधुनिक तकनीक के ड्रोन माध्यम से कृषि भूमि पर कीटनाशक का उपयोग करके खेती करने के मामले में पैसे और समय की बचत करेगा। साथ ही किसानों को कीटनाशक स्प्रे के हानिकारक प्रभावों से भी राहत मिलेगी।