सिलीगुड़ी, 15 दिसंबर (नि.सं.)। समाजसेवी और स्वास्थ्य अधिकारियों की मदद से मीना मिर्दा लगभग दस साल बाद अपनी घर लौटी हैं। मेटेली ब्लॉक अंतर्गत किलकोट चाय बागान की निवासी मीना मिर्दा करीब 10 साल पहले लापता हो गई थी।
मीना मिर्दा के परिवार वालों ने उन्हें विभिन्न जगहों पर तलाशी ली, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं मिला। जिसके बाद महिला के परिवार ने उसके वापस मिलने की उम्मीद लगभग छोड़ दी थी। हालांकि, समाजसेवी और स्वास्थ्य अधिकारियों की मदद से मीना मिर्दा की 10 साल बाद घर वापसी हुई।
आप को बता दें कि 30 नवंबर को एक मानसिक रूप से विक्षिप्त महिला को इलाज के लिए उत्तरबंग मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां उसका इलाज चल रहा था। वह अपना नाम और पता नहीं बता पा रही थी। अंत में मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने लीगल एड फोरम की मदद मांगी।
फोरम के अध्यक्ष अमित सरकार के तत्वावधान में और हासीमारा की समाजसेवी शुक्ला देवनाथ की मदद से 12 घंटे के भीतर महिला के परिवार को खोज लिया गया। इसके बाद आज मीना मिर्दा को उनके परिजनों को सौंप दिया गया। इस दौरान मेडिकल कॉलेज के डीन संदीप सेनगुप्त, सहायक सुपर गौतम दास, अनिमेष बर्मन, देव कुमार प्रधान, बंगरत्न भारती घोष और लीगल एड फोरम के अध्यक्ष अमित सरकार समेत अन्य लोग मौजूद थे।