सिलीगुड़ी, 23 फरवरी (नि.सं.)। उत्तर बंगाल के साथ-साथ नेपाल, भूटान, बांग्लादेश और सिक्किम,बिहार और असम सहित अन्य पड़ोसी राज्यों के लोग सिलीगुड़ी के बागडोगरा हवाई अड्डे पर निर्भर हैं। सिलीगुड़ी पूर्वोत्तर भारत के प्रवेश द्वार के रूप में भी जाना जाता है। इसलिए बागडोगरा हवाई अड्डे का महत्व दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है।
हालांकि हाल ही में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने बागडोगरा एयरपोर्ट को 11 अप्रैल से 25 अप्रैल तक पूरी तरह बंद रखने का निर्देश जारी किया था। बंद को लेकर एक विज्ञप्ती जारी की गई थी। इस विज्ञप्ती के बाद विभिन्न वर्ग के लोग अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं। पर्यटन उद्योग इस बात पर सवाल उठा रहा है कि अप्रैल में चरम पर्यटन सीजन के दौरान राज्य के सबसे महत्वपूर्ण हवाई अड्डों में से एक को बंद क्यों किया जा रहा है।
सभी लोगों का कहना है कि करीब 15 दिनों तक एयरपोर्ट बंद रहा तो उन्हें काफी नुकसान का सामना करना पड़ेगा। इसीलिए हिमालयन हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म डेवलपमेंट नेटवर्क ने केंद्र को पत्र भेजकर दिन बदलने और एयरपोर्ट को बंद करने के फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा है।
संगठन के सचिव सम्राट सान्याल ने कहा कि अप्रैल, मई माह पर्यटन का मौसम है। उत्तर बंगाल के अलावा सिक्किम और बिहार में भी लोग काफी हद तक बागडोगरा हवाई अड्डे पर निर्भर हैं। हमारा सवाल है कि अप्रैल क्यों? पहले भी एयरपोर्ट को बंद रखकर काम किया जा सकता था। इसलिए इस मामले पर पुनर्विचार के लिए केंद्र को पत्र भेजा गया है। यह मामला राज्य सरकार के नजर में लाया गया है।