अलीपुरद्वार,11 फरवरी (नि.सं)। हिंदू पंचांग के अनुसार महाशिवरात्रि का त्योहार फाल्गुन माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। इस वर्ष यह त्योहार 18 फरवरी 2023 दिन शनिवार को है। और हर साल महाशिवरात्रि के दिन डुआर्स के तीर्थ स्थलों में से एक भूटान पहाड़ पर स्थित महाकाल मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं के लिए कई तरह के इंतजाम किये जा रहे है।
महाकाल मंदिर लगभग 3 हजार फीट की ऊंचाई पर भूटान पहाड़ पर स्थित है। महाशिवरात्रि पर उत्तर बंगाल और भूटान के विभिन्न जिलों से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। महाकाल मंदिर में जाने के लिए श्रद्धालुओं को बक्सा बाघ परियोजना के घने जंगल और जयंती नदी से होते हुए पैदल 3 हजार फीट ऊंचे दुर्गम पहाड़ पर जाना पड़ता है। इस दुर्गम इलाके में कोई रास्ता नहीं है।
इसलिए हर साल प्रशासन की ओर से विभिन्न पहल की जाती है।अस्थायी सड़कें, पेयजल व्यवस्था, शौचालय सहित कई पहल की जाती हैं। इस साल भी श्रद्धालुओं के लिए कई पहल की गई हैं। आज अलीपुरद्वार के पुलिस अधीक्षक वाई रघुवंशी, वन विभाग के बक्सा बाघ परियोजना के डीएफडी प्रवीण काशोयान समेत प्रशासन के अधिकारी ने महाकाल मंदिर इलाके का जायजा लिया। इस दौरान भूटानी प्रशासन के अधिकारी भी उपस्थित थे।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि महाकाल मंदिर में प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। जिसे ध्यान में रखते हुए श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विभिन्न पहल की जा रही है।