सिलीगुड़ी, 31 दिसंबर (नि.सं.)। बिहार से सिलीगुड़ी में एडवेंचर करने आई एक 17 साल की बच्ची दुर्घटना का शिकार हो गई है। एडवेंचर के चक्कर में बच्ची का बाल फंसने से उसके सिर का उपरी स्केल निकल गया है। वह गंभीर रूप से घायल अवस्था में माटीगाड़ा स्थित गैर सरकारी अस्पताल में भर्ती है। घायल बच्ची की परिवार वाले वाटर पार्क के सुरक्षा पर अब सवाल उठा रहे है। जिससे एक बार फिर से सिलीगुड़ी के दागापूर स्थित सेवन किंगडम वाटर पार्क सवालों के घेरे में आ गया है। मिली जानकारी के अनुसार, बिहार के अररिया के एक गैर सरकारी स्कूल से 50 बच्चों को एडवेंचर करने के लिए सिलीगुड़ी लाया गया था।
इस प्रोग्राम में उक्त स्कूल की शिक्षिका नीतू सरण अपनी 17 साल की बेटी को भी लेकर पहुंची थी। बीते कल दागापूर स्थित सेवन किंगडम वाटर पार्क में बच्चे एडवेंचर का लुफ्त उठा रहे थे। जबकि शिक्षिका नीतू की 17 साल की बेटी गो कार्टिंग कर रही थी। इस दौरान उन लोगों को कुछ समय बाद पता चला कि उनकी बेटी घायल हो गई है। बच्ची के सिर का उपरी स्केल निकल गया है। आरोप है कि घायल बच्ची को अस्पताल ले जाने के लिए वाटर पार्क प्रबंधन एंबुलेंस भी उपलब्ध नहीं करा पाया। जिसके बाद घायल बच्ची को टोटो से माटीगाड़ा स्थित गैर सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वर्तमान में वह बच्ची चिकित्सकों की निगरानी में है।इस विषय पर घायल बच्ची की मां और परिवार वालों ने वाटर पार्क पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। गो कार्टिंग करने के दौरान प्रबंधन की तरफ से लापरवाही बरती गई है। वाटर पार्क के पास प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था नहीं है। सबसे महत्वपूर्ण इस वाटर पार्क के पास एंबुलेंस तक की व्यवस्था नहीं है। वाटर पार्क के पास सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर कुछ भी नहीं है। प्रबंधन लोगों के जिंदगी के साथ सिर्फ खिलवाड़ कर रहा है। इसलिए इस विषय को लेकर वे लोग प्रशासन के पास भी पहुंचेंगे। इस घटना की शिकायत भी करेंगे।
उल्लेखनीय है कि यह वाटर पार्क इससे पहले भी अपनी सुरक्षा व्यवस्था की लापरवाही को लेकर सुर्खियों में आया था। करीब 1 वर्ष पहले बिहार से दो युवक इसी वाटर पार्क में नहाने के लिए आए हुए थे। इस दौरान एक युवक की मौत हो गई थी।