सिलीगुड़ी, 19 जून(नि.सं.)। भारत-चीन सीमा विवाद में भारत के 20 जवान शहीद हो गये है। एक तरफ इस घटना को लेकर पूरे देश में शोक और गुस्सा का माहौल है। वहीं, दूसरी तरफ सिलीगुड़ी में भी इसका असर देखा जा रहा है। चीनी सामानों का बहिष्कार के साथ ही अब शहर के बहु पूराने हांगकांग मार्केट का नाम व्यवसायी समिती ने बदलने का फैसला लिया है।
व्यवसायियों का कहना है कि सिलीगुड़ी का हांगकांग मार्केट एक चाइनीज नाम है। इसलिए चाइनीज सामानों के बहिष्कार के साथ चाइनीज नाम भी बहिष्कार करना चाहिए। मार्केट के व्यवसायी हांगकांग मार्केट का नाम बदल कर इसे स्वदेशी नाम देने के साथ ही अब से मार्केट में स्वदेशी सामान बेचने की तैयारी में है।
गौरतलब है कि इस मार्केट में भारतीय सामानों की तुलना में चाइनीज सामान कम मुल्य में ही मिल जाती है। जिसके चलते इस मार्केट के ऊपर हमेशा से ग्राहकों का झुकाव रहता है। यहां चीन में निर्मित बैग से लेकर हर छोटी-बड़ी चींजें बड़ी आसानी से मिल जाती है। सिलीगुड़ी हांगकांग मार्केट व्यवसायी समिती के ज्वाइंट सचिव प्रणतोष साहा ने कहा कि हांगकांग मार्केट के व्यवसायियों द्वारा मार्केट का नाम बदलने का प्रस्ताव कमिटी के पास आया है। इस पर विचार किया जाएगा।
वहीं, दूसरी तरफ व्यवसायी सम्राट घोष ने कहा कि देश की वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए देश हित के लिए सरकार जो भी निर्णय लेगी हम उसका समर्थन करेंगे। चाइना को सबक सिखाने के लिए पूरे देशवाशियों को मिलकर चीन निर्मित सामानों का बहिष्कार करना होगा।