सिलीगुड़ी,12 अक्टूबर (नि.सं.)। बिहार के बक्सर में 11 अक्टूबर यानी बुधवार रात को भयानक ट्रेन हादसा हो गया। दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल से चलकर उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल होते हुए कामाख्या असम की ओर जाने वाली नॉर्थ ईस्ट सुपरफास्ट ट्रेन हादसे का शिकार हो गई। ट्रेन की कई बोगियां पटरी से उतर गईं। वहीं, हादसे के समय ट्रेन पर सवार कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने इस भयानक मंजर को बयां किया है। उन्होंने बताया कि जिस वक्त हादसा हुआ उस वक्त कुछ लोग अपने बर्थ पर सो रहे थे तो, कुछ टॉयलेट में थे।
तभी ट्रेन में जोरदार झटका लगा। फिर चारों ओर अंधेरा और शोर मचने लगा। तब तक समझ आ गया कि ट्रेन बेटरी हो चुकी है। इस भयानक हादसे में कई लोग बर्थ और खिड़की में फंस गये। वहीं, कुछ लोग टॉयलेट में ही फंस गए थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि वे किसी तरह ट्रेन से बाहर निकले। तब उन्हें पता चला कि ट्रेन की कई बोगिया बेटरी हो गई है। इस बीच बुधवार की रात बिहार के बक्सर जिले में हादसे के दौरान ट्रेन में सवार कई यात्री आज सिलीगुड़ी के एनजेपी स्टेशन पर उतरे।
जिनके हाथ-पैर में चोटें आई थी। दिल्ल-कामाख्या नॉर्थ-ईस्ट एक्सप्रेस बुधवार रात करीब 9 बजकर 50 मिनट में बिहार के बक्सर जिले में दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस हादसे में छह बोगियां बेटरी हो कर पलट गई। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई है। कई यात्री घायल बताए जा रहे हैं। इनमें से कई की हालत गंभीर बतायी गयी है। ट्रेन के अन्य यात्री रात में रघुनाथपुर स्टेशन पर थे।
एक विशेष ट्रेन की व्यवस्था कर यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा रहा है। इधर, आज दोपहर करीब 200 यात्री एनजेपी स्टेशन में उतरे। इनमें सिलीगुड़ी, दार्जिलिंग समेत आसपास के इलाके के यात्री शामिल हैं। आज एनजेपी स्टेशन पर यात्रियों के लिए पानी और भोजन की व्यवस्था रखी गयी थी। इसी के साथ इलाज भी व्यवस्था की गयी। इस दौरान यात्रियों ने स्टेशन पर उतरकर उस भयानक अनुभव की आपबीती बताई है।