बंगाली सिनेमा जगत के जाने-माने अभिनेता सौमित्र चटर्जी की रविवार को मौत हो गई है। वह 85 साल के थे। कोलकाता के बेले व्यू क्लिनिक में रविवार दोपहर 12.15 बजे उनकी मौत हुई। उनका कोरोना टेस्ट पॉज़िटिव आने के बाद 6 अक्टूबर को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सौमित्र चटर्जी ने 200 से अधिक फ़िल्मों में काम किया। सौमित्र चटर्जी का निधन विश्व सिनेमा के साथ-साथ पश्चिम बंगाल और पूरे देश के सांस्कृतिक जीवन के लिए बहुत बड़ी क्षति है।
सिनेमा के अलावा व्यक्तिगत जीवन में भी उनकी छवि एक बेहद साधारण शख्स के रूप में रही है। सौमित्र चट्टोपाध्याय को साल 2012 में दादासाहेब फाल्के और साल 2004 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। वर्ल्ड सिनेमा में उनके अभूतपूर्व योगदान को देखते हुए साल 2018 में उन्हें फ्रांस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान लीजन ऑफ ऑॅनर से नवाजा गया।
वह दादा साहेब फाल्के अवार्ड विजेता भी थे। सिनेमा जगत में अभिनेता सौमित्र चटर्जी के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। अपनी फिल्मों के माध्यम से वह हमेशा दर्शकोंके दिलों में जीवित रहेंगे और समय-समय पर अपनी याद दिलाते रहेंगे।
वहीं, सौमित्र चटर्जी के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ , पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, एक्ट्रेस पायल घोष और स्वास्तिकामुखर्जी समेत कई सेलेब्स ने संवेदनाएं व्यक्त की है।