सिलीगुड़ी,10 दिसंबर (नि.सं.)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मालदा में एक प्रशासनिक बैठक के दौरान कहा था कि राज्य सरकार की नौकरियों में भर्ती के समय स्थानीय लोगों और स्थानीय भाषा जानने वालों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल में नौकरी के लिए बंगाली आनी जरूरी है।
इस संबंध में बंगभंग प्रतिरोध मंच के सदस्यों ने आज सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट क्लब में एक पत्रकार सम्मेलन की। बंगभंग प्रतिरोध मंच के संयोजक संजीव चक्रवर्ती ने कहा कि ऐसा नहीं है कि बंगाल में काम नहीं है!लेकिन बंगाल के मूल निवासी नौकरियों से वंचित हैं। दूसरे राज्य के लोग पश्चिम बंगाल में आकर काम कर रहे हैं। मुख्य कारण यह है कि जो लोग बंगाल में काम कर रहे हैं उन्हें बांग्ला जानने की आवश्यकता महसूस नहीं होती है।
पश्चिम बंगाल में 86 लोग बंगाली बोलने में सहज महसूस करते हैं। इसके बावजूद सरकार-निजी समेत विभिन्न संस्थानों में कर्मचारियों की नियुक्ति के दौरान यह नहीं देखा जाता है कि वे बांग्ला जानते हैं या नहीं। संगठन ने मांग की कि राज्य में नौकरी पाने के लिए स्थानीय भाषा का ज्ञान होना जरूरी है।