सिलीगुड़ी,16 जुलाई (नि.सं.)। इन दिनों सिलीगुड़ी शहर व आसपास समेत पूरे उत्तर बंगाल में तेज गर्मी का कहर जारी है। भीषण गर्मी के कारण लोगों का हाल बुरा हो गया है। गर्मी से चारों ओर हाहाकार मचा हुआ हैं। हर कोई गर्मी से राहत पाने का प्रयास कर रहा है। लेकिन फिर भी लोगों को राहत नहीं मिल रही है।
ऐसे में छात्रों को तपती गर्मी में झुलसना पड़ रहा है। इस गर्मी के कारण कई जगहों में स्कूली विद्यार्थियों बीमार पड़ गये है। प्राथमिक स्तर के विद्यार्थियों को सबसे अधिक परेशानी गर्मियों में हो रही है। जिससे अभिभावक भी चिंतित है। ऐसे में स्कूल की छुट्टियां हों या समय में बदलाव, क्या करना चाहिए? इस बारे में अभिभावकों से जब पूछा गया तो ज्यादातर अभिभावकों ने स्कूल का समय बदलने के पक्ष में अपनी राय दी।
अभिभावकों ने कहा कि कोरोना के कारण छात्र पढ़ाई में पिछड़ गए हैं। ऐसी स्थिति में अगर फिर से स्कूल बंद किया गया तो वे और पढ़ाई में पिछड़ जाएंगे। इसलिए पठन-पाठन का समय बदलकर सुबह कर देना चाहिए। हालांकि, शिक्षा विभाग के निर्देश के बिना यह संभव नहीं है।
वहीं, कई अभिभावकों ने कहा कि जब राज्य के स्कूलों में गर्मी की छुट्टी दी गई थी। उस समय दक्षिण बंगाल में गर्मी थी,लेकिन उत्तर बंगाल में मौसम बहुत सुहावना था। लेकिन इस समय यहां बहुत गर्मी पड़ रहा है। इसलिए उत्तर बंगाल के स्कूलों को कुछ दिनों के लिए गर्मी की छुट्टी दी जानी चाहिए।
इसके अलावा कई अभिभावकों ने कहा कि कक्षा में पंखे के व्यवस्था होने के बावजूद भी इतने छात्र होते हैं कि हवा अच्छे से नहीं लगता है। इसलिए बुनियादी ढांचे में भी कुछ बदलाव की जरूरत है।
उधर, इस संदर्भ में स्कूल के प्रधानाध्यापकों ने कहा कि इस गर्मी में सभी की हालत खराब है। बच्चे बीमार न हों इसका ध्यान रखा जा रहा है। इसके अलावा बच्चों को ज्यादा पानी पीने को कहा जा रहा है।