सिलीगुड़ी,16 फरवरी (नि.सं.)। पशु-पक्षियों के साथ मनुष्यों का संपर्क और भी ज्यादा अच्छा हो। इसके लिए बंगाल सफारी प्रबंधन ने एक नई शुरुआत की है। गत वर्ष जुलाई महीने से बंगाल सफारी प्रबंधन ने पार्क में रहने वाले पशु पक्षियों को गोद लेने की प्रक्रिया शुरू की है।
इस प्रक्रिया के तहत कोई भी वन विभाग के निर्देशानुसार एडअपसन फॉर्म भर के एक महीने या एक वर्ष के लिए किसी भी पशु या पक्षियों को गोद ले सकते है। इसी के तहत बंगाल सफारी से लेपर्ड कैट को कोलकाता के रहने वाले अभिषेक भट्टाचार्य ने एक वर्ष के लिए गोद लिये है। जबकि सिलीगुड़ी के नामी डॉक्टर पीडी भूटिया ने भी ब्लैक बियर भालू को गोद लिये है। वहीं,14 फरवरी को सिलीगुड़ी से सोनिका शर्मा ने बंगाल सफारी पार्क से शीला का सफेद रंग का बच्चा किका को एक वर्ष के लिए गोद ली है।
अभी तक 46 लोगों ने बंगाल सफारी से अलग-अलग पशु पक्षियों को आठ महीने के अंदर गोद ले लिया है। इस विषय पर बंगाल सफारी पार्क की डीएफओ (डायरेक्टर ) डीएस शेर्पा ने कहा कि मनुष्यों और पशु पक्षियों में संपर्क को और भी अच्छा बनाने के लिए यह नई पहल की गई है। इसके तहत जन्मदिन, शादी की सालगिरह ,वैलेंटाइन डे पर बंगाल सफारी से कोई भी पशु पक्षियों को गोद लेकर भी उपहार में दिया जा सकता है।
इसके लिए एक तय धनराशि देनी पड़ती है। जो लोग यहां से किसी भी पशु पक्षियों को गोद लेंगे। उन लोगों के लिए बंगाल सफारी प्रबंधन की तरफ से एक सर्टिफिकेट और एक कार्ड दिया जाता है। इस कार्ड के सहारे गोद लेने वाले व्यक्ति अपने साथ तीन लोगों को लेकर कभी बंगाल सफारी पार्क घूमने के लिए आ सकते है।