सिलीगुड़ी, 16 दिसंबर (नि.सं.)। एक वर्ष की नन्ही बच्ची के दिल में छेद है। चिकित्सक ने जल्द से जल्द ऑपरेशन करने का सलाह दी है। लेकिन घर की आर्थिक स्थिति इतनी मजबूत नहीं है कि वे लोग अपनी बच्ची का इलाज करवा पा रहे है।
तीन नंबर वार्ड अंतर्गत गुरूंग बस्ती में महानंदा किनारे रहने वाली नूरजहां खातून की एक वर्षीय बेटी है। कुछ महीना पहले वह अचानक बीमार हो गई। चिकित्सक को दिखाने पर पता चलता है कि उसके दिल में छेद है। वहीं, डॉक्टर ऑपरेशन में तीन लाख रुपये का खर्च होने की बात कही। दर्जी का काम करने वाले बच्ची के पिता के पास इतने पैसे नहीं है कि वह इतने पैसे एक बार व्यवस्था कर सके। मजबूरी में पिता और मां को बेटी की जिंदगी बचाने के लिए मदद की गुहार लगानी पड़ रही है। बच्ची की मां नूरजहां खातून ने बताया कि उनकी कुछ महीना पहले एक वर्षीय बेटी अचानक बीमार पर गई थी।
इस दौरान डॉक्टर को दिखाने पर पता चला कि उसके दिल में छेद है। बेटी को बचाने के लिए जल्द से जल्द ऑपरेशन करना होगा। इसके बाद बच्ची को बचाने के लिए नूरजहां खातून और उसके पति मोहम्मद जहांगीर बेटी के इलाज के लिए एक-एक रुपया जमा कर रहा था। लेकिन निगम की तरफ से महानंदा नदी के ऊपर से अतिक्रमण हटाने के दौरान उनका आशियाना भी उजड़ गया।
अब वह अपने पति और तीन बच्चों को लेकर एक किराये के मकान में रह रहे है। इस परिस्थिति में बेटी की चिकित्सा के लिए तीन लाख रुपया जुगाड़ कर पाना न मुमकिन है। मजबूरी में पिता और मां ने बेटी की जिंदगी बचाने के लिए मदद की गुहार लगाई है।