सिलीगुड़ी, 20 जुलाई (नि.सं.)। उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के पार्किंग एरिया और आसपास खड़ी बाइकों की लगातार चोरी की घटना ने पुलिस की नींद उड़ा रखी थी। इधर, एक के बाद एक बाइकों की हो रही चोरी को लेकर अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था और पुलिस की भूमिका को लेकर सवाल उठने लगे थे। आखिरकार पुलिस ने चोर को पकड़ने के लिए नया तरीका अपनाया। वर्दी में नहीं बल्कि लुंगी पहनकर पुलिस ने बाइक की पहरेदारी शुरू कर दी। पुलिस की यह तरकीब काम आया और पुलिस ने बाइक चोर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए बीती रात गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया।
इसके साथ ही चोरी की बाइक खरीदने के आरोप में एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों के नाम संजू दास (26) और धीरज कुमार राम (42) है। संजू एनजेपी के भोला मोड़ और धीरज मयनागुड़ी का निवासी बताया गया है। वहीं, बाइक रिसीवर का नाम शाहिद आलम है।
जानकारी के अनुसार संजू और धीरज दोनों पुराने अपराधी है। पुलिस की पूछताछ के दौरान संजू ने बताया कि गत 6 जून को मेडिकल परिसर से एक बाइक चोरी कर मयनागुड़ी के शाहिद आलम को बिक्री किया था। आरोपी के बयान के आधार पर पुलिस ने बीती रात ही मयनागुड़ी में अभियान चलते हुए बीती रात ही चोरी हुई बाइक जब्त करने के साथ शाहिद आलम को गिरफ्तार कर सिलीगुड़ी लायी।
इधर, धीरज से पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि वह बिहार से आकर मेडिकल चौकी अंतर्गत इलाके से बाइक चोरी कर फरार हो जाता था। इस महीने 10 तारीख को एक बाइक की चोरी हुई थी। जिसमें धीरज का हाथ है। पुलिस ने आज दोनों आरोपियों संजू दास, धीरज कुमार राम के साथ चोरी की बाइक खरीदने वाले रिसीवर शाहिद को सिलीगुड़ी अदालत में पेश कर रिमांड की मांग की है। पुलिस इस बाइक चोर गिरोह के सरगना तक पहुंचने के आगे की जांच शुरू कर दी है।