नक्सलबाड़ी,2 सितंबर (नि.सं.)। ब्लैक हेडेड आइबिस पक्षियों की संख्या कई वर्षों से कम हो रही है। आंतर्जातिक प्रकृति संपद संरक्षण संघ (IUCN) ने इस ब्लैक हेडेड आइबिस को लगभग लुप्तप्राय प्रजाति घोषित कर दिया है।
वन विभाग समेत विभिन्न संगठनों ने इस लुप्तप्राय पक्षी की गिनती शुरू कर दी है। नक्सलबाड़ी उत्तर बंगाल में ब्लैक हेडेड आइबिस का एकमात्र निवास स्थान और प्रजनन स्थल है। ये पक्षी मार्च से सितंबर तक यहां बच्चों को जन्म देते हैं और उन बच्चों को बड़ाकर सर्दियों से पहले दूसरे जगह पर चले जाते है। सिलीगुड़ी हिमालयन नेचर एडवेंचर फाउंडेशन, पश्चिमबंग विज्ञान मंच और कार्शियांग वनविभाग ने इस लुप्तप्राय पक्षी के संरक्षण को लेकर गणना शुरू कर दिया है।पिछले दो वर्षों में 200 और 240 ब्लैक हेडेड आइबिस मिले थे, लेकिन ये पक्षी लुप्तप्राय हैं।
पर्यावरणविद् तथा एनएएफ के कॉर्डिनेटर अनिमेश बसु कहा कि इन्हें लुप्तप्राय प्रजातियों में से वापस लाना तभी संभव है जब इन्हें संरक्षित किया जाएगा।प्रवासी पक्षियों का यह दल पहली बार 1993 में देखा गया था। हालांकि,बाद में इन्हें नहीं देखा गया, लेकिन पिछले साल ये पक्षी फिर से देखे गए। विज्ञान मंच इनकी संख्या बढ़ाने के लिए काम कर रहा है। वन विभाग के मुताबिक वन विभाग ब्लैक हेडेड आइबिस की संख्या बढ़ाने और उनका आवास उपलब्ध कराने के लिए काम कर रहा है।