चलने-फिरने में असमर्थ पिता के लिए बेटे ने बनाई बैटरी से चलने वाली साइकिल

अलीपुरद्वार,27 फरवरी (नि.सं.)। बीमार पिता के लिए बैटरी से चलने वाली साइकिल बनाकर बेटे ने मिशाल पेश की है। रंजीत कुमार पाल अलीपुरद्वार के 1 नंबर ब्लॉक अंतर्गत अलीपुरद्वार जंक्शन के पास चेचाखाता के निवासी है। 2018 में सड़क हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे।


इस दुर्घटना में उनका पैर और कमर में चोट आई थी। हार्डवेयर व्यवसायी रंजीत कुमार हादसे के बाद लगभग चलने-फिरने में असमर्थ हो गए। घर से तीन किलोमीटर दूर अपनी ही दुकान पर पहुंचने के लिये काफी परेशानी हो रही थी। इस बीच अपने पिता की मजबूरी को देखते हुए बेटे प्रतीक ने बैटरी की मदद से एक मोटर साइकिल बनाने का फैसला किया। इस साइकिल को बहुत कम लागत में बनाया। हालांकि, इसमें पैडल की सिस्टम है, लेकिन एक्सेलेरेटर दबाते ही साइकिल बेतहाशा दौड़ने लगती है।

जिसकी अधिकतम गति पच्चीस किलोमीटर प्रति घंटा है और एक बार में तीस किलोमीटर तक चल सकती है। रंजीत कुमार पाल अपने बेटे द्वारा बनाई गई इस साइकिल को बिना किसी कठिनाई के चला सकते हैं। अब यह रंजीत कुमार पाल की पसंदीदा वाहन बन गया हैं।


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