सिलीगुड़ी, 6 जून (नि.सं.)। उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल और मटीगाड़ा के कोविड अस्पताल में कई चिकित्सकों और लैब टेक्नोलॉजिस्ट कोरोना पीड़ित पाए गये है।
जिसके बाद अब स्वास्थ्य विभाग ने चिकित्सा परिसेवा को सामान्य रखने के लिए विज्ञापन के माध्यम से डॉक्टरों की नियुक्ति करने का फैसला लिया गया है। जिला मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डाॅक्टर प्रलय आचार्य ने कहा कि फिलहाल 8 चिकित्सकों को नियुक्त किया जाएगा। इसके लिये विज्ञापन जारी किया गया है। इतना ही नहीं, कोरोना के इलाज के लिए विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों से भी चिकित्सकों को लाया जाएगा। साथ ही करीब 15-16 लैब टेक्नोलॉजिस्टों को भी लिया गया है। इन्हें मेडिकल कॉलेज व कोविड अस्पताल में नियुक्त किया गया है।
वहीँ, कोरोना संक्रमित रोगियों के इलाज के दौरान किस तरह चिकित्सक व मेडिकल स्टाफ खुद की सुरक्षा करे इस पर उन्हें विशेष ट्रेनिंग भी दी जाएगी। कोरोना पीडितों के इलाज के दौरान संक्रमित हुए कई चिकित्सक व मेडिकल स्टाफ इस समय इलाजरत है। वहीँ, अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद इन सभी चिकित्सकों व मेडिकल स्टाफों को 14 दिनों के लिए होम क्वारेंटाइन में रहना होगा।
जिसे लेकर स्वास्थ्य अधिकारीयों को अब यह चिंता सता रही है की कही इसके चलते चिकित्सा परिसेवा में असर न पड़ जाए।फिलहाल, मेडिकल कॉलेज व कोविड अस्पताल के कई डॉक्टरों कोरोना पीड़ित होकर इलाजरत है। हालांकि, कोविड अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उन डॉक्टरों को अगले 14 दिनों के लिए होम इस लिये स्वास्थ्य अधिकारियों को डर है कि चिकित्सा परिसेवा में समस्या हो सकती है।
पूरे मामले की सूचना स्वास्थ्य विभाग को पहले ही दे दी गई है।हालांकि, एक तरफ जिस तरह कई डॉक्टरों कोरोना से संक्रमित होने के कारण समस्या बढ़ी है, उसी तरह लैब टेक्नोलॉजिस्ट भी कोरोना से संक्रमित होने के बाद विभिन्न समस्याएं उत्पन्न हो गयी है।