सिलीगुड़ी, 8 अक्टूबर (नि.सं.)। कई वाहन चालकों को ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते देखे जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। जिससे कार्यरत सिविक वालंटियर व ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की भूमिका पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
यह आरोप लगाया गया है कि सिविक वालंटियर और ट्रैफिक पुलिस कर्मी ‘मूकदर्शक’ की भूमिका निभा रहे हैं। ज्ञात हो कि कुछ दिन पहले सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस के ट्रैफिक विभाग ने शहर में जाम की समस्या को दूर करने के लिए विशेष पहल की है।
सिलीगुड़ी अस्पताल मोड़ से चिल्ड्रन पार्क और हकीमपाड़ा भूटिया मार्केट मोड़ तक की सड़कों को ‘वन वे’ बनाया गया और ‘नो एंट्री’ बोर्ड भी लगाए गए। इसके अलावा प्रत्येक मोड़ पर ट्रैफिक पुलिस तैनात किया।
हालांकि समय के साथ यहां की तस्वीर बदल गई है। ट्रैफिक पुलिस सूत्रों के अनुसार ‘नो एंट्री’ बोर्ड देखने के बावजूद बड़ी संख्या में वाहन चालक इन सड़कों में घुस आते है। कानून तोड़ने वालों को रोकने पर ट्रैफिक पुलिस कर्मियों से विवाद हो जाता है।