सिलीगुड़ी, 29 मई (नि.सं.)। कांग्रेस के इकलौते विधायक बायरन विश्वास ने कांग्रेस को बाई-बाई कह कर तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया है। अब कांग्रेस के पास एक भी विधायक नहीं बचा है। सागरदिघी सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते थे। इस सीट पर उन्हें वाम दलों का समर्थन भी मिला था, जिसके चलते ही उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशी को भारी अंतर से हराने में कामयाबी हासिल की थी। लेकिन आज उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी के हाथ से तृणमूल पार्टी का झंडा थाम कर सबको हैरान कर दिया।
बायरन विधानसभा में एकमात्र कांग्रेस विधायक थे। जिससे वह दल-बदल विरोधी कानून के दायरे में नहीं आएंगे। बायरन के तृणमूल में शामिल होने के बाद अभिषेक बनर्जी ने कहा कि विधानसभा जीतने के बाद मेरा बायरन से संपर्क हुआ था। जनसंपर्क यात्रा कई कैंपों में बात हुई थी। मैं तृणमूल परिवार में उनका स्वागत करता हूं। सागरदिघी उपचुनाव का नतीजा 2 मार्च को घोषित किया गया था।
तृणमूल उम्मीदवार देवाशीष बनर्जी को हार का सामना करना पड़ा था। बायरन विश्वास 22 हजार वोटों से जीते थे। 2011 से तृणमूल उस सीट पर जीत दर्ज कर रही थी। सागरदिघी सीट कांग्रेस को मिलने से नेता उत्साहित थे। लेकिन आज बायरन तृणमूल में शामिल हो गये है। जिसके बाद विधानसभा में कांग्रेस फिर से शुन्य हो गई है।