सिलीगुड़ी, 16 सितंबर (नि.सं.)। पूजा के दौरान ढाकियों का अपना एक अलग महत्व है। खासकर बंगाल में विश्वकर्मा, दुर्गा व काली पूजा समेत विभिन्न पूजा में विशेष आकर्षण ढाक होता है। लेकिन इस वर्ष कोरोना महामारी का असर ढाक बजाने वालों पर भी दिख रही है। सिलीगुड़ी टाउन स्टेशन में प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी ढाक बजाने वाले ढाकिया पहुंचे हैं। लेकिन पिछले वर्ष की तुलना में इस बार ढाक बजाने वालों की संख्या नाम मात्र है। मिली जानकारी के अनुसार जितने भी ढाकिया पहुंचे है उन्हें अब तक किसी भी पंडालों द्वारा बुक नहीं किया गया है।
जिसके चलते ढाकिया काफी चिंतित है। ढाकिया निर्मल ऋषि ने बताया कि पिछले वर्ष विश्वकर्मा पूजा से दो-तीन महीने पहले ही ढाक बजाने के लिए उन्हें बुक कर लिया गया था। लेकिन, इस वर्ष तस्वीर कुछ अलग है। उन्होंने कहा कि पहले उनके दल से 100 लोग ढाक बजाने के लिए सिलीगुड़ी आते थे। लेकिन, इस बार 15 – 20 लोग ही आये है। वहीं, कल विश्वकर्मा पूजा है, लेकिन अब तक एक भी बुकिंग नही हुई है। इसे ढाकिया के माथे में चिंता की लकीर देखी जा रही है। ढाकिया का कहना है कि अगर पुजा पंडाल के लिए उनकी बुंकिग नही हुई तो उन लोगों को खाली हाथ ही घर लौटना पड़ेगा।