राजगंज, 30 सितंबर (नि.सं.)। दुर्गा पूजा में अब केवल 22 दिन बचे है। कोरोना के कारण इस बार उत्सव का माहौल नहीं लगा रहा है। इस बार कोई बिग बाजेट की पूजा भी नहीं हो रही है। अधिकांश पूजा कमिटियों ने छोटे तरीके से पूजा करने का फैसला किया है।
इस परिस्थिति में दुर्गा पूजा का पंडाल बनाने का ऑर्डर न मिलने से फूलबाड़ी के डेकोरेटर काफी चिंतित हैं। पंडाल की सामग्री बर्बाद होने वाली है। इस स्थिति में डेकोरेटरों ने सरकारी मदद की अपील की है।फूलबाड़ी-2 ग्राम पंचायत इलाके में कई डेकोरेटर हैं।लेकिन इस साल अभी तक पंडाल बनाने कोई ऑर्डर नहीं मिला है।डेकोरेटर भाबेश चंद्र राय ने कहा कि कोरोना के कारण कुछ महीनों से कोई भी कार्यक्रम में काम नहीं मिला है।
दुर्गा पूजा में भी स्थिति ऐसी ही है।पिछले साल पूजा में लगभग 10-12 पंडाल बनाने का ऑर्डर मिला था, लेकिन इस साल इसका एक चौथाई भी नहीं मिला।गोदाम में लगभग 30 लाख रुपये के पंडान बनाने वाले सामग्रियां पड़ी है। इस स्थिति में अगर डेकोरेटर्स को सरकारी मदद दी जाती तो उन्हें काफी हद तक लाभ मिलता।
वहीं, अरुण बर्मन ने भी यही बात कही। उन्होंने कहा पिछले साल मुझे 5-6 दुर्गा पूजा में पंडाल बनाने का काम मिला था।लेकिन इस साल मुझे दो छोटे पंडालों का काम मिला। मैंने कही नहीं सोचा था कि स्थिति इस स्तर तक पहुंचेगी। उन्होंने सरकारी मदद की भी अपील की।पंडाल बनाने वाले सुनील चंद्र सिंह व अब्दुल तहिद नामक श्रमिकों ने कहा डेकोरेटर को पूजा पंडान बनाने का काम न मिलने के कारण हमें काम भी नहीं मिल रहा हैै।
ऐसे मेें परिवार चलाना मुश्किल हो गया है। पूजा में बच्चों को नए कपड़े खरीदकर नहीं दे पायेंगे। इस लिये हम चाहते है कि पंडाल श्रमिकों को सरकारी मदद दी जाये।