जलपाईगुड़ी 29 सितंबर (नि.सं.)। पश्चिम बंगाल के सबसे बड़े त्योहार दुर्गा पूजा पर भी कोरोना का ग्रहण लग गया हैं। इस बार कोई बिग बजट की पूजा नहीं हो रही है। कई पूजा कमिटियों ने इस वर्ष पूजा नहीं करने का निर्णय लिया है।
इसीलिए इस वर्ष मूर्तियों की ज्यादा मांग नहीं है।इसलिए इस साल जलपाईगुड़ी के मूर्तिकारों ने ज्यादा मूर्तियां भी नहीं बनाये है। मूर्तिकार अच्छी कमाई की उम्मीद में पूरे साल दुर्गा पूजा का इंतजार करते हैं। हर साल 1 लाख रुपये तक मूर्तियां का ऑर्डर आता था। लेकिन इस साल यह 17 से 25 हजार रुपये पर आ गया है। इस बार काफी खराब स्थिति है। कोरोना ने सब कुछ बर्बाद कर दिया है। इस लिये मूर्तिकार समस्या में आ गये है।
हाल ही में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पूजा कमिटियों को 50 हजार रुपये देेने की घोषणा की। इसके बाद कई क्लबों ने पूजा करने का फैसला किया है और तब से मूर्तियों की मांग थोड़ी बढ़ गई है। हालांकि, पहले से मूर्तिकार मूर्तियां नहीं बनाने के कारण लोगों के मांग को पूरा नहीं कर पा रहे है।
मूर्तिकार सत्यलाल सरकार ने कहा कि हमे इतने मूर्तियों का ऑर्डर आने से कोई लाभ नहीं होगा।पूरे वर्ष हम इस दुर्गा पूजा पर लाभ करने की उम्मीद करते है। लेकिन इस साल उनका उम्मीद पूरा नहीं होगा। हमें इस तरह से चलना होगा। अब भगवान पर आस लागये बैठे हैं।मूर्तिकार रणजय दास ने कहा कि इस साल हम बहुत परेशानी में हैं।
इस बार हम जो काम करते थे वह इस साल नहीं कर पाये है। हमारे आय भी ज्यादा नहीं है। हम इस दुर्गा पूजा पर निर्भर रहते है।लेकिन इस बार आय कम होगी। लेकिन एकमात्र उम्मीद यह है कि इस बार पूजा हो रहा है।