गंगारामपुर, 4 जनवरी (नि.सं.)। दक्षिण दिनाजपुर जिले में केंद्र सरकार के अधिनस्थ 40 शिशु श्रमिक विद्यालय को बंद कर दिया गया है। इसके प्रतिवाद में आज शिशु श्रमिक विद्यालयों के शिक्षक व कर्मचारी अपने परिवारों को लेकर सड़क पर बैठ गये। कई लोगों का कहना है कि यह विद्यालयों को पूरी तरह से बंद करने की साजिश है।
सूत्रों के अनुसार शिशु श्रमिकों के पठन-पाठन के लिये 22 वर्ष पहले दक्षिण दिनाजपुर जिले में उक्त विद्यालयों को बनाया गया था। केंद्र सरकार के अधिनस्थ इन शिशु श्रमिक का संचालन एनजीओ करते हैं। हर स्कूलों में कुल मिला कर 160 स्थायी व अस्थायी शिक्षक हैं।
साथ ही वकेश्नल इंसट्रक्टी के रूप में 14 अन्य कर्मचारी है ।इन स्कूलों में कुल 1,800 से ज्यादा विद्यार्थी है। जो बच्चे खाने के लिये कारखानों व विभिन्न दुकानों में काम करते हैं, उन्हें वहां से लाकर उक्त स्कूलों में पढ़ाया जाता है। सरकार इन विद्यार्थियों को महीने में 400 रूपये देकर वृत्ति प्रदान करती है, ताकि वे पढ़ने में रूचि लें।
केंद्र सरकर ने इस परियोजना के लिये रूपये आवंटित किये हैं, लेकिन 31 दिसंबर 2019 को शिक्षकों व कर्मचारियों को जानकारी दी गयी कि कुछ महीनों तक स्कूल को बंद किया जा रहा है। इस घटना से शिक्षक से लेकर कर्मचारी चिंतित है।