युद्ध और अन्याय के बीच फंसे हजारों बेगुनाहों की तस्वीर दुनिया के सामने लाने वाला योद्धा आखिरी नींद सो गया। तालिबान और अफगान सेना की झड़प में भारतीय पत्रकार और रॉयटर्स के फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी ने अपनी जान गंवा दी।
भारतीय पत्रकार पिछले कुछ दिनों से अफगानिस्तान में चल रही खूनी संघर्ष को अफगान सेना के साथ कवर कर रहे थे, जो वर्तमान में तालिबान से लड़ रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, यह घटना अफगानिस्तान के कंधार के स्पिन बोल्डक जिले में हुई। बता दें कि भारतीय पत्रकार समाचार एजेंसी रॉयटर्स के साथ जुड़े हुए थे। सिद्दीकी जिन बलों के साथ यात्रा कर रहे थे, उन पर तालिबान आतंकवादियों ने घात लगाकर हमला किया।
हालांकि, इस दौरान दानिश बच गए, लेकिन तालिबान ने शुक्रवार की सुबह फिर से अफगान बलों पर हमला किया जिसमें सिद्दीकी मौत हो गई। दानिश सिद्दीकी ने रोहिंग्या शरणार्थियों की समस्या को भी काफी करीब से कवर किया था।
रोहिंग्या की तस्वीरों के लिए 2018 में दानिश सिद्दीकी को पुलित्जर अवॉर्ड मिला था। दानिश सिद्दीकी ने अपने सहयोगी अदनान आबिदी के साथ पुलित्जर पुरस्कार जीता था। उस समय वह पुलित्जर पुरस्कार जीतने वाले पहले भारतीय बने थे। उनके असामयिक निधन से भारतीय पत्रकारिता जगत में शोक की लहर है।