सिलीगुड़ी, 11 जनवरी (नि.सं.)। सिलीगुड़ी में जमीन पर अवैध कब्जा और फर्जी कागजात बनाकर जमीन बेचने का कारोबार पिछले कुछ सालों से धड़ल्ले से चल रहा था। हालांकि, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुलिस प्रशासन को भू-माफियाओं पर नकेल कसने के निर्देश के बाद कुछ तक इसमें लगाम लगी है।
सिलीगुड़ी में भू-माफियाओं का अत्याचार बढ़ गया है। भू-माफियाओं से पिछले दो दिनों से 46 नंबर वार्ड की देवीडांगा के कालकूट की रहने वाली दंपति परेशान है। उन लोगों ने दूसरे पक्ष पर भू-माफियाओं द्वारा परेशान करने का आरोप भी लगाया है। उक्त दंपति पंकज सिंह और उनकी पत्नी किरण सिंह का कहना है कि उन लोगों ने 8 साल पहले कालकूट में एक 3 कट्ठा जमीन खरीदा था। उस पर जैसे ही घर बनाना शुरू किया स्थानीय भू-माफियाओं ने उन्हें परेशान करना शुरू कर दिया है। इस बीच रातो रात भू-माफियाओं ने जमीन पर बने चारदीवारी को तोड़ दिया है।
दंपति का आरोप है कि इस संदर्भ में पुलिस को भी जानकारी दी गयी है, लेकिन पुलिस भू-माफियाओं के साथ मिली हुई है।पुलिस की तरफ से उन लोगों को कोई सहायता नहीं मिल रही है। अंत में हार कर उन लोगों ने पुलिस कमिश्नरेट में अपनी शिकायत दर्ज करवाई है। दंपति का कहना है कि राज्य सरकार के बंगो भूमि ऑनलाइन माध्यम से वे लोग सभी कागज़ात रखे है। फिर भी उसे परेशानियों का सामना करना पर रहा है। जबकि दूसरा पक्ष अशोक चंद्र दास का कहना है कि उनके ससुर का कुल 14 बीघा जमीन था। जिसके तीन हिस्सेदार है।
एक उनकी पत्नी और उनका साला और एक साली है। वर्तमान में उनकी पत्नी की मौत हो चुकी है। इसीलिए अभी उनके ससुर के जायदाद पर उनके साला और साली का हक है। उनके साला और साली ने उन्हें पावर ऑफ अटॉर्नी दी है।
इसी के तहत जिस जमीन पर पंकज सिंह एवं किरण सिंह अपना दावा ठोक रहे हैं। उस जमीन पर 45 डेसीमील जमीन उनका है। जिस वजह ने कोर्ट ने इस जमीन पर धारा-144 लगाकर रखा है। उनके ऊपर जो आरोप लगाए जा रहे है वे बेबुनियाद है।