सिलीगुड़ी, 07 सितंबर (नि.सं.)। सिलीगुड़ी के अरविंदपल्ली तालतला इलाके के रहने वाले अखिल बनिक पेशे से एक टोटो चालक है। उनका एक 7 वर्ष का बेटा है, जो जन्म से ही दिल की बीमारी से ग्रसित है। बेटे का नाम अशीम बनिक है। उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल सहित राज्य के विभिन्न अस्पतालों में अशीम का इलाज करवाया गया है। लेकिन, अब उनके पास बेटे के इलाज के लिए रुपये नहीं है। अखिल बनिक टोटो चलाकर अपना परिवार चलाते है। इतना ही नहीं, इसी कमाई से वो घर का किराया देने के साथ ही बेटे का इलाज भी करते है।
घर में आर्थिक तंगी के कारण अखिल की पत्नी ने दूसरों के घरों में खाना पकाने का कार्य शुरू की। लेकिन, कोरोना के चलते लॉकडाउन में उनका यह काम भी छुट गया। वहीं, लॉकडाउन में अखिल का आय का श्रोत भी बंद हो गया। काम बंद हो जाने से एक तरफ बेटे के इलाज के लिए रुपये की जरुरत तो दूसरी तरफ घर चलाने में समस्यायें उत्पन होने लगी। लेकिन, अब अखिल के लिए बेटे का इलाज करवाना असंभव हो गया है। यहां तक की अब उसके पास बेटे के दावा के लिए भी रुपये नहीं है।
बेटे के इलाज में उसकी सारी जमापूंजी अब ख़तम हो चुकी है। जब इसकी खबर समाजसेवी बापन घोष को मिली, तो वे सीधे पीड़ित परिवार की मदद के लिए सामने आ गये। सोमवार को बापन घोष ने बेटे के दावा के लिए पीड़ित परिवार को 6000 रुपये का चेक सौंपा है। इतना ही नहीं, उन्होंने बच्चे के इलाज के सारे खर्ज उठाने का भी आश्वासन दिया है।