कूचबिहार,19 नवंबर (नि.सं.)। गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद केंद्रीय अल्पसंख्यक राज्य मंत्री जॉन बारला ने आज सुबह तूफानगंज अनुमंडल सत्र न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया है।
ज्ञात हो कि सांसद जॉन बारला पर 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान लोकसभा क्षेत्र के तत्कालीन भाजपा प्रत्याशी जॉन बारला और उनकी पार्टी के कार्यकर्ता समर्थकों ने चुनाव नियम लागू होने के बावजूद बीडीओ कार्यालय परिसर में पथसभा की थी। चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बक्सिरहाट पुलिस थाना में उनके खिलाफ एक लिखित शिकायत दर्ज कराई थी।
जिसमें जॉन बारला समेत चार लोगों को नामजद किया गया था, बाकी तीन को जमानत मिल गई थी। इस बीच 15 नवंबर को अदालत ने अल्पसंख्यक राज्य मंत्री को समन भेजा था, लेकिन न ही उनके वकील और न ही जॉन बारला ही कोर्ट में पेश हुए। जिसके बाद तूफानगंज अनुमंडल सत्र न्यायालय ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया।
इस बीच गिरफ्तारी वारंट जारी होते ही आज सुबह मंत्री जॉन बारला अपने वकील के अलावा तूफानगंज विधान सभा की विधायक मालती राभा राय के साथ तूफानगंज अनुमंडल सत्र न्यायालय पहुंचे। इसके बाद उन्हें 500 रुपये के मुचलके पर जमानत मिल गयी।
जमानत मिलने के बाद केंद्रीय राज्य मंत्री जॉन बारला ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे कोई आधिकारिक नोटिस नहीं मिला है। शुक्रवार को सोशल मिडिया और टीवी पर न्यूज देखने के बाद गिरफ्तारी वारंट के बारे में पता चला। छप्पा वोट पर कोई केस नहीं हो रहा है। मैंने तो सिर्फ रैली की थी। लेकिन उस पर कैस हो गया है। उन्होंने कहा कि मुझे जमानत मिल गई है। उन्होंने बताया कि कानूनी तरीके से वे आगे लड़ेंगे।