सिलीगुड़ी,11 जुलाई (नि.सं.)। पूर्वोत्तर भारत के सबसे बड़े रेलवे स्टेशन एनजेपी रेलवे स्टेशन को नए सिरे से सजाया जा रहा है। वहीं,पहले चरण का काम शुरू हो चुका है। स्टेशन की परिधि को चौड़ा करने के लिए रेलवे विभाग ने आसपास के इलाके की कई बस्तियों और दुकानों को हटाने का नोटिस जारी किया है। इससे हॉकर और व्यवसासी परेशान हैं।
तृणमूल के श्रमिक संगठन आईएनटीटीयूसी के एनजेपी शाखा ने सभी हॉकरों और व्यवसायियों को जल्द से जल्द पुनर्वास की मांग में आवाज उठाई है। उन्होंने आज आईएनटीटीयूसी के पार्टी कार्यालय से एडीआरएम कार्यालय तक एक रैली निकाली गई। वहां रेलवे पुलिस व राज्य पुलिस ने रैली को रोक दिया। बाद में संगठन के कई प्रतिनिधियों ने एडीआरएम की अनुपस्थिति में प्रभारी रेलवे अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा।
संगठन के जिला अध्यक्ष निर्जल दे ने कहा कि वे रेलवे के विकास के पक्ष में हैं। हालांकि, वे नहीं चाहते कि गरीब हॉकरों की आजीविका बाधित हो। करीब 10 हजार लोग रेलवे के स्थान पर विभिन्न कार्य में नियुक्त है। उन्होंने उनके तत्काल पुनर्वास की मांग की है। उन्होंने उनकी मांगें पूरी नहीं होने पर एक बृहद आंदोलन करने की भी धमकी दी।