सिलीगुड़ी, 20 अप्रैल (नि.सं.)। हिमालयन नेचर एंड एडवेंचर फाउंडेशन ने कई मांगों को लेकर पश्चिम बंगाल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय निदेशक को एक ज्ञापन सौंपा गया। बुधवार को फाउंडेशन के सदस्यों ने ज्ञापन सौंपे के बाद एक पत्रकार सम्मेलन किया। पत्रकारों से बात करते हुए फाउंडेशन के सदस्यों ने कहा कि महानंदा नदी में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है।
महानंदा नदी को पहले ही ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा राज्य में प्रदूषित नदी के रूप में पहचाना जा चुका है। उत्तर बंगाल की विभिन्न नगर पालिकाओं में अपशिष्ट प्रबंधन की कमी के कारण आर्द्रभूमि कूड़ेदान में बदल गई है। ध्वनि प्रदूषण के मामले में सिलीगुड़ी और पूरे उत्तर बंगाल में वाहनों में इस्तेमाल होने वाले एयर हॉर्न और इलेक्ट्रॉनिक हॉर्न का इस्तेमाल कानूनन प्रतिबंधित है।
अदालत के आदेश के बावजूद पश्चिम बंगाल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अपनी भूमिका से भटक गई है। पर्यावरण को बचाने के लिए हिमालयन नेचर एंड एडवेंचर फाउंडेशन तीन मई को प्रदेश के तीन जगहों पर धरना कार्यक्रम का आयोजन करेगी।
