जलपाईगुड़ी ,10 मई (नि.सं.)। जलपाईगुड़ी शहर के मसकलाइबाड़ी श्मशान घाट में कोविड संक्रमित शवों का अंतिम संस्कार नहीं किया जा जायेगा। इसे लेकर जलपाईगुड़ी के माषकलाइबाड़ी श्मशान इलाके के निवासियों ने आंदोलन शुरू कर दिया है।
बताया गया है कि नगर पालिका आज इस मुद्दे को लेकर स्थानीय निवासियों के साथ एक बैठक करने वाली थी, लेकिन बैठक में नगरपालिका के सदस्य न आने के कारण निवासियों ने जलपाईगुड़ी-सिलीगुड़ी राजकीय सड़क पर पथावरोध कर विरोध प्रदर्शन किया।
स्थानीय निवासियों ने कहा कि इलाके की अधिकांश महिलाएं विभिन्न घरों में नौकरानियों के रूप में काम करती हैं। इस श्मशान में कोरोना संक्रमित शवों का अंतिम संस्कार किया जाता हैं और उक्त महिलाएं श्मशान इलाके के निवासी होनेे के कारण विभिन्न घरों से उन्हें काम से निकाल दिया गया है।
जिसके चलते वे लोग समस्या में पड़ गये है। इस लिये उन्होंने इस श्मशान में कोविड संक्रमित शवों को नहीं जलाने की मांग की। दूसरी ओर, घटना की जानकारी मिलते ही कोतवाली थाने का विशाल पुलिस वाहिनी और नगर पालिका के प्रशासक बोर्ड के सदस्य मौके पर पहुंचे।
जलपाईगुड़ी नगरपालिका के प्रशासक बोर्ड के सदस्य सैकत चटर्जी ने कहा कि सभी सरकारी नियमों के पालन करने हुए प्रशासन के निर्देश पर कोरोना के मरीजों के शवों का यहां अंतिम संस्कार किया जा रहा है। साथ ही इस इलाके को हर दिन नियमित रूप से सैनिटाइज करने के बाद भी यहां के लोगों को समझने में थोड़ी समस्या हो रही है। चर्चा के माध्यम से समस्याओं का समाधान किया जाएगा।