कूचबिहार, 28 दिसंबर (नि.सं.)। जिले के पात्लखावा गैंडों का तीसरा आवास स्थल बनने जा रहा है। बुधवार को पात्लखावा वनांचल क्षेत्र के दौरे पर पहुंचे राज्य के वन मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक ने एक बैठक के बाद यह बात कही।बैठक में उत्तर बंगाल विकास मंत्री उदयन गुहा, कूचबिहार जिला परिषद सभाधिपति उमाकांत बर्मन, स्थानीय संयुक्त वन प्रबंधन कमेटी के सदस्य मौजूद थे। वन विभाग ने अगले एक साल के भीतर गैंडों को लाने की पहल की है।
कूचबिहार शहर से लगभग 15 किमी दूर पात्लखावा वनांचल है। यहां रसमती झील है। इससे पहले वन मंत्री विनय कृष्ण बर्मन ने गैंडों के लिए घास के मैदान, कॉटेज और वॉच टावर बनाने की पहल की थी। हालांकि यह परियोजना बीच में रुक गई थी। जिसे फिर से शुरू किया जा रहा है। मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक ने कहा कि इस वनांचल क्षेत्र की समस्या का समाधान कर दिया गया है। जल्द ही वनांचल वन क्षेत्र में काम शुरू होगा। गैंडों का आवास स्थल बनने से आसपास के क्षेत्र का विकास होगा, पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। सिर्फ गैंडा ही नहीं यहां लेपर्ड, हिरण व अन्य जानवरों को भी लाए जाएंगे। इस बार कोई दिक्कत नहीं होगा, क्योकि स्थानीय जनप्रतिनिधि व अधिकारी मामले को देख रहा है। एक साल के अंदर गैंडों को लाया जाएगा। उससे पहले यहां का माहौल तैयार कर दिया जाएगा।
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कूचबिहार का पात्लखावा बनेगा गैंडों का तीसरा आवास स्थल
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