सिलीगुड़ी, 10 अप्रैल (नि.सं.)। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राज्य सरकार ने सिलीगुड़ी के दो नर्सिंगहोमों में एक को “कोरोना अस्पताल” व दूसरे को “कोविड सस्पेक्टेड सेंटर” के रूप में परिवर्तन किया है। जिसमें एक माटीगाड़ा में स्थित है और दूसरा प्रधाननगर में है।
गुरूवार को मेडिकल टास्क फोर्स की टीम के प्रधान अभिजीत चौधरी ने यह घोषण किया था। इस घोषण के बाद आज सुबह से ही प्रधाननगर के स्थानीय लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया है। वहीं, आज सुबह जब मेडिकल टास्क फोर्स की टीम प्रधाननगर स्थिति कोरोना सस्पेक्टेड सेंटर नर्सिंगहोमों के परिदर्शन पर पहुंची तो उसको भी स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा।
विरोध-प्रदर्शन कर रहे स्थानीय लोगों ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि इस नर्सिंगहोमों के आस-पास काफी संख्या में लोग रहते है। अगर इस नर्सिंगहोमों को “कोविड सस्पेक्टेड सेंटर” बनाया जाता है तो इससे आस-पास के रहने वालों में संकट उत्पन्न हो सकती है। किसी का कहना है कि घनी आबादी होने की वजह से वायरस के फैलने से काफी लोग प्रभावित हो सकते है। सभी ने कोरोना सस्पेक्टेड सेंटर को शहर से दूर बनाने की मांग की है।
इस संबंध में अभिजीत चौधरी ने कहा कि कुछ भी जबरदस्ती नहीं किया जायेगा। कुछ लोग ऐसे ही आतंक हो रहे है। इसकी जानकारी राज्य सरकार को दी गयी है।