राजगंज,21 मई (नि.सं.)। पुल में दरार आने के कारण करतोआ पुल डेढ़ साल से बंद था। जिसके चलते स्थानीय लोगों से लेकर पर्यटकों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। आखिरकार डायवर्जन रोड बनाकर आवागमन चालू कर दिया गया।
इस सड़क पर बाइक, टोटो, चारपहिया वाहन तो चल सकते हैं, लेकिन तीन टन से अधिक वजन वाले वाहनों पर प्रतिबंध है। बताया गया है कि सिलीगुड़ी से गाजोलडोबा ‘भोरेर आलो’ पर्यटन हॉब में जाने के लिए इसी कैनल से होकर गुजरना पड़ता है। साथ ही हर दिन कई लोग इस सड़क से सिलीगुड़ी फूलबाड़ी समेत आसपास के इलाकों में यात्रा करते हैं। 18 दिसंबर 2022 को साहूडांगी इलाके में रेलवे ओवरब्रिज से कुछ दूरी पर शिमुलगुड़ी इलाके में करतोआ नदी पर बने पुल में दरार आ गई। इसके बाद से प्रशासन ने वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है।
आखिरकार डेढ़ साल के लंबे इंतजार के बाद ह्यूम पाइप से डायवर्जन सड़क बनाकर आवागमन शुरू कर दिया गया है। इसके अलावा लोक निर्माण विभाग ने क्षतिग्रस्त करतोआ पुल को तोड़कर दोबारा बनाने का काम भी शुरू कर दिया है। इस सड़क से यात्रा करने वाले वाहन चालकों से लेकर स्थानीय लोगों ने कहा कि पुल लंबे समय तक बंद रहने के कारण हमें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था। इस वैकल्पिक सड़क के निर्माण से काफी सुविधा हुआ है।