सिलीगुड़ी, 7 मई (नि.सं.)। कोरोना वायरस की वजह से पूरा देश में लगभग 44 दिनों से लॉकडाउन चल रहा है। लॉकडाउन से सबसे ज्यादा मार दिन मजूरी करने वालों को हो रही है। वहीं, काम बंद होने और पेट की आग से लड़ रहे कई श्रमिक अपने-अपने घर जाने के लिए सरकार से गुहार लगा चुके है। वैसे में कई लाचार होकर पैदल ही घर के लिए निकल गए है।
आज कुछ ऐसा दी दृश्य देखने को मिला है। सिलीगुड़ी में काम करने वाले असम के 9 प्रवासी मजदूर परिवहन सेवा उपलब्ध न होने के कारण पैदल ही अपने घर के लिए निकल गए है। यह सभी प्रवासी मजदूर सिलीगुड़ी के माटीगाड़ा के एक किराए के मकान में रह का सेल्समैन का काम करते थे। लॉकडाउन में काम बंद होने की वजह से वे घर जाना ही उचित समझा है।
आज सुबह 9 युवक माटीगाड़ा से पैदल चलकर दोपहर को देशबंधु पाड़ा पहुंचे। जहां पर युवकों की स्थिति को देखते हुए सुब्रतो संघ के सदस्यो ने युवकों को भोजन कराया। वहीं, युवकों ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से काम बंद है। जिस वजह से उसका आर्थिक स्थिति बिगड़ गई है। घर जाने के लिए प्रशासन से गुहार लगाई गई थी, जिसके बाद भी उसे कोई मदद नहीं मिली।
इसलिए बाध्य होकर वो सब आज आसाम के लिए पैदल ही निकल गए है। युवकों ने बताया कि एनजेपी स्टेशन पहुंचकर वे लोग आसाम जाने वाली रेलवे लाईन क सहारे से असम तक पहुंचने के लिए निकलेंगे।