सिलीगुड़ी, 29 अप्रैल (नि.सं.)। सिलीगुड़ी के आशिघर की निवासी साबेरी दास दूसरे के घर में काम कर अपना घर चलाती थी। परंतु कोरोना के आतंक व लाॅकडाउन के कारण घरों में काम करना भी बंद हो गया है। लेकिन पेट की भूख के कारण उसे फूल बेचने पर मजबूर कर दिया है।
लाॅकडाउन मेें फूल बेचकर फिलहाल वे अपना परिवार चला रही है। काम बंद होने के बाद से ही वे रोजाना कॉलेजपाड़ा के रास्ते में फूल बेच रही है। फूल बेचकर वे अपने पति और बच्चे का भरण-पोषण करती है।
साबेरी दास कहा कि उसका पति राजमिस्त्री का काम करता है,लेकिन लाॅकडाउन के कारण पति का काम भी बंद हो गया है। इस लिये रोजाना सुबह से दोपहर तक वह तक वे फूल बेचती है। कभी बिक्री होती है तो कभी नहीं। साबेरी दास को चिंता है कि लाॅकडाउन खत्म होने के बाद फिर से उन्हें काम मिलेगा या नहीं