सिलीगुड़ी,13 अप्रैल (नि.सं.)। कोरोना वायरस का आतंक अब लोगों के सामान्य जीवन पर पड़ने लगा है। कोरोना के कारण पूरे देश में लाॅकडाउन चल रहा है। वहीं, लाॅकडाउन के कारण लोगों को दो वक्त का भोजन जुटाना भी मुश्किल हो रहा है। फिर भी लोगों को दो वक्त का भोजन तो जुटाना पड़ेंगा। लॉकडाउन की वजह से पेट की भूख को तो रोका नहीं जा सकता है।
इस वजह से देशबंधुपाड़ा के तीन काॅलेज छात्र फल बेचने में मजबूर है। यह कहानी है प्रियम गुहा, सुजीत साहा व शानू सूत्रधर का। यह तीनों कॉलेज छात्र हैं, लेकिन अभी कॉलेज बंद है। तीनों छात्र कॉलेज एक निजी कंपनी में काम करते है,जो लॉकडाउन की वजह से बंद है। पेट की आग बुझाने के लिए अब तीनों छात्रों ने टोटो के माध्यम से सड़कों पर फल बेचना शुरू कर दिया है। आलम तो देखिये टोटो भी छात्रों ने भाड़ा में लिया है।
छात्रों ने बताया कि लॉकडाउन से देश पूरी तरह थम सा गया है पर पेट की आग को रोका नहीं जा सकता है। जिस वजह तीनों ने फल बेचने का निर्णय लिया है। तीनों छात्राओं ने कहा है कि रोजाना सुबह फल ख़रीदरकर टोटो के माध्यम से फल बेचते है। इससे आय का रुपया पहले टोटो के मालिक को देते है। इसके बाद जो रूपये बचते है वह तीनों अपने में भाग कर लेते है। साथ ही मुंह में मास्क लगाकर व सामाजिक दूरी बनाकर फल बेचते है।