सिलीगुड़ी, 23 अप्रैल (नि.सं.)। मां के आंचल के लिए तरस रहा नवजात बच्चा को आखिरकार मां की गोद मिल ही गई। दरअसल उत्तरबंग मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के प्रसूति विभाग से चोरी हुआ नवजात बच्चे को तीन दिन बाद सही सलामत बरामद कर लिया गया है।
आपको बता दें कि पुलिस ने उत्तर दिनाजपुर जिले के चोपड़ा अंतर्गत बलरामपुर से बच्चे को बरामद किया है। इस मामले में दो महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के नाम सीता दास और अंजू दास है। बताया गया है कि अंजु सीता की बेटी है।गौरतलब है कि गत गुरूवार को आरोपी महिला ने नवजात बच्चा को प्रसूति विभाग से चोरी कर चंपत हो गयी थी। इस घटना के बाद अस्पताल परिसर में हड़कम मच गया था। पिछले दो दिनों से मेडिकल कॉलेज में माहोल काफी गर्म हो गया था। घटना को केंद्र कर भाजपा ने मेडिकल कॉलेज के सुपर और सुरक्षा व्यवस्था पर जमकर निशाना भी साधा।
इधर, बच्चा चोरी के बाद से मेडिकल कॉलेज सुपर संजय मल्लिक और सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन की पुलिस पर दबाव था। जांच के दौरान पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की सहायता से कैमरे में कैद आरोपी महिला की धुंधली फोटो से उसकी पहचान कर तलाश शुरू की। इस दौरान पुलिस को पता चला कि बच्चा चोरी करने वाली महिला जंक्शन से प्राइवेट बस का टिकट लेकर चोपड़ा गई है। इस जानकारी के आधार पर बीते कल सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन के एसओजी, डीडी, माटीगाड़ा और मेडिकल चौकी से पुलिसकर्मियों को लेकर एक विशेष टीम तैयार की गई। जिसके बाद टीम बीती रात चोपड़ा के लिये रवाना हुई। इस दौरान नवजात बच्चे को बरामद कर लिया गया। वहीं इस मामले में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
आज दोनों आरोपियों मां-बेटी को सिलीगुड़ी अदालत में पेश कर 7 दिनों की पुलिस रिमांड की मांग की गयी है। इस विषय पर सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन के एडीसीपी शुवेंद्र कुमार ने बताया कि गुरूवार को मेडिकल कॉलेज से नवजात बच्चे की चोरी हुई थी। जिसे बरामद कर किया गया है। उन्होंने कहा की सीसीटीवी फुटेज और बस की टिकट से नवजात बच्चे को खोजने में आसानी हुई। नवजात बच्चा को उसके मां के हाथों सोप दिया गया है। फिलहाल दोनों महिला को रिमांड पर लेकर पुलिस आगे की जांच में जुट गयी है।