अलीपुरद्वार,3 सितंबर (नि.सं.)। हवा में सुगंध का घुलना इशारा करता है कि भारत में त्योहारों का मौसम आने वाला है। शरद ऋतु के आगमन का स्वागत करते त्यौहार सब के जीवन में उमंग भर देते हैं। इधर, दुर्गा पूजा में बस कुछ ही दिन और बचे हैं। जिसके मद्देनजर देश भर में दुर्गा पूजा की तैयारी ज़ोरों से चल रही हैं। मां के आगमन पर बंगाली समुदाय के लोगों में खासा उत्साह देखा जाता है।
मां दुर्गा की मूर्तियों को मूर्त रूप देने के लिए इन दिनों कुमारटूली में मूर्तिकार दिन रात काम में जुटे हुए हैं। कुमारटूली के लगभग सभी मूर्ति कलाकार खाना-पीना भूलकर प्रतिमा बनाने में लगे हैं। मां दुर्गा की प्रतिमा को सुंदर बनाने के लिए दिन-रात काम किया जा रहा है। मूर्ति का मिट्टी का काम लगभग अंतिम चरण में है। इसके बाद दुर्गा की प्रतिमा की पेंटिंग और शृंंगार का काम शुरू होगा।
पिछले दो साल से कोरोना की वजह से कुमारटुली के मुर्तिकारों को आर्थिक तंगी की मार झेलनी पड़ी थी। इस बार स्थिति बहुत सामान्य है। फालाकाटा के मुजनाई इलाके के कुम्हारों को उम्मीद है कि इस बार उन्हें मूर्ति की कीमत अच्छी मिलेगी। इसी आशा से वह वे मूर्तियां बना रहे हैं।
दिलीप पाल नामक एक कुम्हार ने कहा कि पिछले दो सालों में उन्हें कोरोना के कारण काफी नुकसान हुआ था। लेकिन इस साल स्थिति काफी हद तक सामान्य है। इस बार ऑर्डर भी अच्छा मिला है। बिष्णुपद पाल नामक एक अन्य कुम्हार ने कहा कि इस बार बाजार काफी अच्छा है। हमारी मूर्तियां चारों ओर जाती हैं।