सिलीगुड़ी, 3 जून (नि.सं.)। पिता दार्जिलिंग में घूम-घूम कर मछली बिक्री करते है। कोरोना के महामारी के दौरान भी पिता का काम भी बंद हो गया था। घर में काफी आर्थिक तंगी थी, लेकिन इन सब बाधाओं को दूर करते हुए बेटा माध्यमिक परीक्षा में पूरे स्कूल में अव्वल आया है। इस खबर को सुनकर पूरे परिवार में खुशी का माहौल है। दरअसल, आज माध्यमिक परीक्षा का परिणाम प्रकाशित हुआ है। इसमें सिलीगुड़ी भारती हिंदी हाई स्कूल का माध्यमिक का छात्र सचिन साह पूरे स्कूल में पहला स्थान प्राप्त किया। माध्यमिक परीक्षा में सचिन को कुल 464 नंबर मिले है।
सचिन साह के मेहनत ने जो रंग लाया है। उससे स्कूल के साथ ही परिवार वाले काफी खुश है। आस पड़ोस के लोग भी सचिन को बधाई देने के लिए उसके घर पहुंच रहे है। इधर, सचिन साह के मेहनत के कारण उसके माता -पिता को भी इलाके में एक नई पहचान मिली है।सचिन के पिता खोबारी साह पेशे से मछली विक्रेता है। वह दार्जिलिंग में घूम – घूम कर मछली बिक्री करते है। महीने में वे 7 – 8 हजार रुपये कमाते है। परिवार में उनके कुल 7 लोग है। घर की आर्थिक स्थिति काफी तंग है। उसके बावजूद सचिन ने अपनी मेहनत के बलबूते अपने परिवार का नाम रोशन किया है।
सचिन साह ने कहा कि आर्थिक तंगी रहने के बावजूद माता-पिता और स्कूल के शिक्षकों की सहयोगिता से अपने लक्ष्य को पाया है। उसे उम्मीद नहीं थी कि वह पूरे स्कूल में अव्वल आयेगा। अब उसका सपना डॉक्टर बनने का है। वहीं, पिता खोबारी साह ने कहा कि आज बेटे ने उसका नाम रोशन कर दिया है। वह काफी खुश है। उनका बेटा आगे चल कर जो भी करना चाहे वह उसके साथ खड़ा है। इधर, सचिन की मां चिता साह भी काफी खुश है।