अलीपुरद्वार,13 अक्टूबर (नि.सं.)। डुआर्स में हाथियों का उत्पात रुकने का नाम नहीं ले रहा है। हाथी रात में आते हैं और किसानों के फसल बर्बाद करने के साथ-साथ चारदीवारी को भी क्षतिग्रस्त कर देते हैं। लोग किसी तरह हाथियों को जंगल की ओर भगाते हैं। लेकिन फिर से हाथियों का झुंड इलाके में प्रवेश कर आतंक मचाना शुरू कर देता है। जिसको लेकर चाय बागानों के श्रमिकों में दहशत का माहौल उत्पन्न हो गया है। ऐसी ही घटना डुआर्स के मदारीहाट के मेघनादसाहा नगर में हुई है। जहां जंगली हाथियों के झुंड ने मदारीहाट के मेघनादसाहा नगर में प्रवेश कर घुसकर कई बीघा जमीन पर लगे धान की फसलों को रौंदकर नष्ट कर दिया।
किसान परिवार साल भर अपनी खेती की चावल से गुजारा करते है। लेकिन इस साल उनकी साल भर की खाद्य आपूर्ति पर हाथियों के झुंड ने जमकर हमला किया है। मदारीहाट के मेघनादसाहा नगर के किसानों की कई बीघा जमीन पर लगे धान की फसल निकल ही रही थी। तभी जलदापाड़ा जंगल से हाथियों का झुंड निकलकर सारे फसलों को नष्ट कर दिया।
स्थानीय लोगों ने कहा कि हाथियों का झुंड लगभग हर दिन रात में इलाके पर हमला करते हैं और धान की फसलों को नष्ट कर देते हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि वन विभाग को बार-बार इस बारे में बताने के बावजूद वे लोग कुछ नहीं रह रहे है।
वन विभाग के कर्मी बाद में आते हैं और केवल नुकसान का हिसाब लिखकर लेकर जाते है। लेकिन मुआवजा कब मिलेगा यह पता नहीं है। अगर मआवजा मिल भी गया तो उससे कुछ नहीं होने वाला है। अब उनकी एकमात्र चिंता यह है कि उनका परिवार पूरे साल कैसे चलेगा।