सिलीगुड़ी,15 मार्च (नि.सं.)। सिलीगुड़ी में महानंदा नदी में प्रदूषण का स्तर अधिक होने से नदी के पानी में कॉलीफॉर्म की मात्रा ढाई हजार से बढ़कर लाखों हो गई है। जिसे लेकर प्रदूषण नियंत्रण विभाग बेहद चिंतित है।
इसलिए ग्रीन ट्रिब्यूनल की ओर से सिलीगुड़ी नगर निगम को महानंदा नदी को प्रदूषण पर तुरंत नियंत्रण करने के कई निर्देश मिले हैं। जिसके बाद सिलीगुड़ी नगर निगम ने अपनी कमर कच ली है। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए सिलीगुड़ी के मेयर गौतम देव और डिप्टी मेयर रंजन सरकार ने नगर निगम में आज महानंदा नदी संलग्न वार्डों के पार्षदों के साथ एक बैठक की है। बैठक में महानंदा नदी को कैसे साफ किया जाए, इस पर चर्चा की गई।
सिलीगुड़ी नगर निगम महानंदा नदी के किनारे बनी अवैध झोपड़ियों को हटाने पर विचार कर रहा है। हालांकि डिप्टी मेयर रंजन सरकार ने कहा कि उनसे बातचीत के जरिए इस मुद्दे को सुलझाया जाएगा। उन्होंने कहा कि महानंदा नदी के प्रदूषण को रोकने के लिए ग्रीन ट्रिब्यूनल के सभी निर्देशों का पालन किया जाएगा।