पश्चिम बंगाल में लंबे समय से लोगों को वंदे भारत ट्रेन का इंतजार था। गत 30 दिसंबर को यह इंताजर खत्म भी हुआ। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 दिसंबर, 2022 को हावड़ा और न्यू जलपाईगुड़ी को जोड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। लेकिन ट्रेन के शुरू हुए अभी एक सप्ताह भी पूरे नहीं हुए है।
इस बीच सोमवार को न्यू जलपाईगुड़ी से हावड़ा लौट रही वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थर फेंके गए है। यह घटना मालदा जिले के कुमारगंज के पास घाटी है। जानकारी के अनुसार, पत्थर लगने से ट्रेन के C-13 कोच के गेट का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया है।
इधर, इस विषय में नॉर्थ ईस्ट सीमांत रेलवे की तरफ से मंगलवार को मालदा के समसी रेलवे स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई गयी है। इसके अलावा कटिहार डिवीजन के अधिकारयों द्वारा उच्च स्तरीय बैठक भी बुलाई गयी है। बंदे भारत ट्रेन में हुई नुक्सान की रिपोर्ट तैयार की जा रही है। वहीं, केंद्रीय आईबी ने घटना की जांच शुरू कर दी है।
दूसरी तरफ, इस घटना ने अब राजनीतिक मोड़ ले लिया है। एक तरफ पश्चिम बंगाल में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने घटना को लेकर एनआईए जांच की मांग की है। भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने प्रधानमंत्री और रेल मंत्रालय से अपील करते हुए कहा कि इस मामले की जांच एनआईए को सौंपी जाए और अपराधियों को दंडित किया जाए। वहीं, दूसरी तरफ तृणमूल नेता कुणाल घोष ने भी ट्वीट कर बंदे भारत एक्सप्रेस में पथराव की घटना की कड़ी निंदा की है।
