बागडोगरा , 3 जुलाई (नि.सं.)। मणिपुर में भूस्खलन में बागडोगरा के कमलपुर चाय बागान के लाल संजय उरांव शहीद हो गये है। आज पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंचाया गया। आज सैन्य अधिकारियों के साथ काठ के ताबूत में राष्ट्रीय तिरंगे से लिपटा जवान का शव पैतृक गांव में पहुंचते ही संजय उरांव अमर रहे के नारों से पूरा गांव गूंज उठा। अपने लाल का अंतिम दर्शन करने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा।
इस दौरान शहीद के साथ आए सेना के अधिकारियों और जवानों ने गन सैल्यूट देकर अपने साथी को अंतिम विदाई दी। आदिवासी विकास एवं पिछड़ा कल्याण मंत्री बुलू चिक बराइक ने जवान के पार्थिव शरीर पर पुष्प चढ़ाकर अंतिम विदाई दिया।
संजय उरांव आखिरी बार दिसंबर महीने में घर आये थे। दुर्घटना से पहले बुधवार रात को उन्होंने आखिरी बार अपने पिता से बात की थी। संजय उरांव अपनी पत्नी की डिलीवरी के दौरान अगले सितंबर में घर आने वाले थे। लेकिन इससे पहले वह नहीं बल्कि राष्ट्रीय तिरंगे से लिपटा उनका पार्थिव शरीर घर लौटा। संजय उरांव दौड़ने में माहिर थे। इस लिये वह अपने गांव में मिल्खा के नाम से जाना जाते थे। वह पांच साल पहले सेना में भर्ती हुए थे। जैसे ही आज उनका पार्थिव शरीर घर पहुंचा उनकी पत्नी, पिता, माता और बहन सहित परिवार के लोग फूट-फूट के रोने लगे।