सिलीगुड़ी,2 अगस्त (नि.सं.)। सिलीगुड़ी शहर व आसपास के इलाकों में जमीन दखल की घटना नयी नहीं है। कुछ दिन पहले ही सालूगाड़ा में रामकृष्ण मिशन के सेवक हासउ पर कब्जा करने को लेकर राज्य में हंगामा हुआ था। एक बार फिर वही घटना दोहराई गई है। इस बार माटीगाड़ा में रामकृष्ण मिशन की जमीन हड़पने का आरोप उठे है।
मिशन प्रबंधन ने अतिक्रमित जमीन को वापस लेने के लिए मुख्यमंत्री को एक पत्र भेजा है।सिलीगुड़ी संलग्न साहुडांगी के रामकृष्ण विवेकानंद आश्रम की सिलीगुड़ी महकमा के माटीगाड़ा स्थित उत्तरायण टाउनशिप के पास करीब 10 एकड़ जमीन है। आश्रम ने उसमें से कुछ जमीन खरीदी थी। बाकी जमीन आश्रम को दान में मिली थी। लेकिन कुछ लोगों पर उस जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाया गया है। आश्रम के सचिव ने जमीन वापस पाने के लिए राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दार्जिलिंग की जिलाशासक प्रीति गोयल,सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नर सी सुधाकर, सिलीगुड़ी के मेयर गौतम देव और माटीगाड़ा के बीएलआरओ को पत्र लिखा है। स्वामी विनयानंद ने कहा कि उनकी जमीन पर कब्जा कर वहां गैराज और गोदाम बनाये गये हैं।
2022 में माटीगाडा के बीएलआरओ कार्यालय में जमीन के म्यूटेशन के लिए आवेदन किया था। लेकिन वह शिकायत नहीं हुई। उन्हें अंधेरे में रखकर कुछ जमीनें दूसरों के नाम कर दी गई हैं।अब यह सवाल उठने लगे है कि ऐसा कैसे हुआ। इससे पहले सिलीगुड़ी के सेवक रोड स्थित रामकृष्ण मिशन के सेवक हाउस पर भी कब्जे की कोशिश की गई थी। घटना की जांच के बाद भक्तिनगर पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत 12 लोगों को गिरफ्तार था।
वहीं, माटीगाड़ा में रामकृष्ण मिशन की जमीन पर अतिक्रमण की घटना के बाद मेयर गौतम देव ने कहा कि वह इस मामले को देखेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वह आश्रम जाएंगे और वहां के अधिकारियों से बात करेंगे। दार्जिलिंग की जिलाशासक प्रीति गोयल ने भी कहा कि वह मामले की जांच कर रही हैं।