सिलीगुड़ी,16 सितंबर (नि.सं.)। मेची कृषि जमीन बचाओ कमेटी के तरफ से किसानों को जमीन का पट्टा देने की मांग में आज सिलीगुड़ी महकमा शासक को ज्ञापन सौंपा गया।बताया जा रहा है कि राज्य सरकार ने कुछ वर्षों पहले नक्सलबाड़ी के मेची नदी के पास गोरखा ट्रेनिंग सेंटर बनाने के लिए करीब 105 एकड़ जमीन अधिग्रहण कर लिया था।
इसी अधिग्रहण के खिलाफ आंदोलन के वहां के किसानों ने डीएम को ज्ञापन सौंपा था। जिसके बाद राज्य सरकार ने 105 एकड़ को छोड़कर मात्र 30 एकड़ जमीन को अधिग्रहण कर उस पर चारदीवारी कर गोरखा ट्रेनिंग सेंटर बनाने की पहल शुरू की।
इधर वर्तमान में खाली पड़ी जगहों पर किसान खेती बारी करते है। किसानों के पास उस जमीन का कोई पट्टा नहीं है। इसलिए मेची कृषि जमीन बचाओ कमेटी ने पिछले लंबे समय से वहां के करीब डेढ़ से दो सौ किसानों को जमीन का पट्टा देने की मांग पर आंदोलन कर रहे है। आज इसी आंदोलन के तहत मेची कृषि जमीन बचाव कमेटी ने किसानों को जमीन का पट्टा की मांग में महकमा शासक कार्यालय का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया। इसके साथ ही महकमा शासक को ज्ञापन सौंपा।
मेची कृषि जमीन बचाओ कमेटी के अध्यक्ष हरदेव मल्लिक ने कहा कि मेची के किसान उस जमीन पर खेती बारी करके अपना परिवार चला रहे है। लेकिन उन लोगों के पास कोई कागजात नहीं है। लंबे समय से पट्टा की मांग करने के बावजूद भी इस और ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसलिए आज मेची नदी के लगभग दो सौ किसानों को जमीन का पट्टा देने की मांग में महकमा शासक को ज्ञापन सौंपा गया है।