सिलीगुड़ी, 22 नवंबर (नि.सं)। विधानसभा चुनाव से पहले सिलीगुड़ी में राजनीतिक गर्मी बढ़ रही है। शहर के राजनीतिक गलियारों में मेयर और MLA के आरोप-प्रत्यारोपों की चर्चा है।
बताया जा रहा है कि MLA शंकर घोष ने दो दिन पहले सिलीगुड़ी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। जहां उन्होंने सिलीगुड़ी नगर निगम के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि MLA फंड से कई बार रुपये दिए जा चुके है, लेकिन कोई काम नहीं हो रहा है। कई डेवलपमेंट प्रोजेक्ट अटके हुए है, जिसकी वजह से लोगों के फायदे के लिए दिया गया रुपया पड़ा हुआ है। मेयर जानबूझकर ऐसा कर रहे है।
MLA के आरोपों के 24 घंटे के अंदर ही मेयर गौतम देव ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। मेयर ने कहा कि शंकर घोष झूठ बोल रहे है। MLA चुन-चुनकर उन प्रोजेक्ट को फंड दे रहे हैं जिन्हें सरकार ने पहले ही शुरू कर दिया है और जिन पर काम बहुत पहले शुरू हो चुका है। मेयर ने दावा किया कि शंकर आम जनता में गलत भ्रम पैदा कर रहे है।
जिसके बाद शनिवार को MLA शंकर घोष ने सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट क्लब में फिर से प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। MLA शंकर घोष ने कहा कि मेयर जो कह रहे है, वह पूरी तरह से झूठ है। जहां MLA फंड का आवंटन हो चुका है, वहां मेयर दूसरे डिपार्टमेंट से नया आवंटन करवाकर काम करवा रहे है। इस वजह से MLA का रुपया बेकार होता जा रहा है। मेयर और MLA के आरोप-प्रत्यारोप से पूरे शहर में तीखी राजनीतिक चर्चा शुरू हो गई है।
