अपनी आवाज से कई पीढ़ियों के दिलों पर राज करने वाली स्वर कोकिला और भारत रत्न लता मंगेशकर का आज निधन हो गया है। स्वर कोकिला ने 92 की उम्र में अपनी आखिरी सांस ली। लता मंगेशकर के निधन से सिनेमाजगत में शोक की लहर छा गई है। पिछले 29 दिनों से वह मुम्बई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थीं। 8 जनवरी को लता मंगेशकर को कोविड पॉजिटिव पाया गया था।
लता जी के निधन के बाद देश में दो दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। उनका पार्थिव शरीर शाम को 6.30 बजे शिवाजी पार्क में पूर्ण राष्ट्रीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार होगालता जी मिलिट्री वाहन में अंतिम यात्रा पर रवाना होंगी। अब दो दिन तक तिरंगा ध्वज आधा झुका रहेगा। लता मंगेशकर ने 13 साल की उम्र में 1942 में अपने करियर की शुरूआत की थी।
उन्होंने विभिन्न भारतीय भाषाओं में अब तक 30 हजार से अधिक गाने गाए हैं। सात दशक के अपने करियर में उन्होंने कई ऐसे गाने गाये हैं, जो आज भी लोगों के जेहन में हैं। इनमें ”अजीब दास्तां है ये’ ‘प्यार किया तो डरना क्या’ और ‘नीला आसमां सो गया’ शामिल है। वह भारतीय सिनेमा की महान गायिकाओं में से हैं, उन्हें स्वर कोकिला के नाम से जाना जाता है।
लता मंगेशकर को पद्म भूषण, पद्म विभूषण और दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया है। गौरतलब है कि 1929 लता मंगेशकर का जन्म हुआ था। लता को भारत की ‘सुर साम्राज्ञी’ के नाम से जाना जाता है और उनको देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा जा चुका है।