नहीं रहा योग्य लोगों का महत्व, सिलीगुड़ी की अनामिका अपनी नौकरी गवाने के बाद हुई उदास

सिलीगुड़ी,22अप्रैल (नि.सं.)। कौन योग्य है और कौन अयोग्य है कोर्ट यह साबित नहीं कर सका। अयोग्य के लिए योग्य को पहले भी परेशानी हो चुकी है। फैसला सुनने के बाद उदास होना पड़ा है। सोमवार को हाईकोर्ट के फैसले में नौकरी गंवाने के बाद सिलीगुड़ी की अनामिका राय ने ऐसी ही बात कही है।पिछले साल बबीता सरकार के अकादमी नंबर में गड़बड़ी होने पर कोर्ट ने उन्हें दी गई नौकरी वापस ले ली थी। फिर कोर्ट ने अनामिका राय को नौकरी देने का आदेश दिया था।


जिसके बाद अनामिका को नौकरी दी गई थी। वह जलपाईगुड़ी के हरिहर हाई स्कूल में शिक्षिका के रूप में योगदान की। पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में सोमवार को कलकत्ता हाईकोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया। कोर्ट ने अवैध रूप से प्राप्त सभी नौकरियां रद्द कर दी। इस फैसले के तहत 25,753 नौकरियां रद्द कर दी गईं। उन्हें 2016 के पैनल में नौकरी मिली थी।इसमें अनामिका राय की नौकरी चली गई।सोमवार को फैसला सुनने के बाद सिलीगुड़ी की निवासी अनामिका राय उदास हो गईं। फैसला सुनने के बाद उन्होंने कहा कि फैसला सुनने के बाद उन्होंने कहा कि मैं उदास हूं। मैं इस फैसले के लिए तैयार नहीं थी।

लंबे संघर्ष के बाद शिक्षिक बनने का सपना सच हुआ था। आज इस फैसले से मैं टूट चुकी हूं। मैंने नहीं सोचा था कि ऐसा फैसला आएगा। मैंने सोचा था कि योग्य लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। इस फैसले के बाद ऐसा लगता है कि न्याय व्यवस्था पर भरोसा करना गलत था। योग्य लोगों के बारे में नहीं सोचा गया।योग्य लोगों को महत्व नहीं दिया गया। वकील से बात करके वह दोबारा कानूनी लड़ाई लड़ सकती है।


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