पोइला बैसाख दिवस को राज्य में ‘बांग्ला दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा। रवींद्रनाथ टैगोर का गीत बांग्लार माटी, बांग्लार जल राज्य संगीत होगा।यह प्रस्ताव विधानसभा में पारित हो गया है। राज्य सरकार गुरुवार को विधानसभा सत्र में पश्चिमबंग दिवस और राज्य संगीत को लेकर एक प्रस्ताव लेकर आई और राज्य विधानसभा में ‘बांग्ला दिवस’ मनाने का प्रस्ताव पारित कर दिया गया।
बांग्ला कैलेंडर में बैसाख महीने के पहले दिन यानी पोइला बैसाख को ‘बांग्ला दिवस’ मनाने का प्रस्ताव पारित किया गया। इससे पहले 20 जून को राजभवन में पश्चिम बंग दिवस मनाया गया। इस दिन भाजपा ने इसी दिन पश्चिम बंग दिवस मनाने की मांग की थी। हालांकि, मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल से 20 जून को पश्चिम बंग दिवस नहीं मनाने का अनुरोध किया गया है।
वहीं, विपक्ष नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि राज्यपाल से इस प्रस्ताव पर हस्ताक्षर नहीं करने की मांग की जायेगी।हालांकि मुख्यमंत्री ने इस दिन को चुनौती देते हुए कहा कि पोइला बैसाख को ही बांग्ला दिवस मनाया जाएगा। इस दिन विधानसभा में बांग्ला दिवस मनाने के प्रस्ताव के पक्ष में 167 वोट पड़े और विरोध में 62 वोट पड़े।