सिलीगुड़ी, 16 जून (नि.सं.)। अध्यात्म योगी प्रेक्षा के प्रणेता आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी का जन्मदिवस मुनि प्रशांत कुमार जी के सानिध्य में सिलीगुड़ी के प्रणामी मंदिर में मनाया गया। जनसभा को संबोधित करते हुए मुनि प्रशांत कुमार जी ने कहा कि आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी एक महान आध्यात्मिक योगी संत थे। वर्षों से उनका योग अभ्यास तीव्र था। आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी के साहित्य का एक विशाल पाठक संसार है, जो देश के कोने-कोने में फैला हुआ है।
उनका साहित्य पढ़ने वाले चाहे साहित्यकार हो, राजनीतिज्ञ हो, वैज्ञानिक हो या अन्य कोई भी हर किसी को ऐसा महसूस होता है कि यह पुस्तक जैसे मेरे लिए ही लिखी गई है। वहीं, मुनि कुमुद कुमार जी ने कहा कि उनका विनय भाव निरन्तर बढ़ता ही रहा। गुरु के प्रति समर्पण, विनय और सम्यग पुरुषार्थ के बल पर आगे बढ़ते गए। उनकी निश्छलता और सरलता अनुकरणीय थी।
बताया गया है कि आज सबसे पहले मुनि श्री के मंगल मंत्रोच्चार के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम का कुशल संचालन मुनि श्री कुमुद कुमार जी ने किया। इस र्कायक्रम में तेरापंथ सभा के अध्यक्ष रुपचंद कोठारी,तेरापंथ युवा परिषद से मोहित सेठिया,तेरापंथ महिला मंडल से लीला बोथरा, तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम से महावीर बैद उपस्थित थे।