राजगंज, 27 मार्च (नि.सं.)। दूसरे राज्य से काम करने आने बिहार व उत्तरप्रदेश के 17 श्रमिक राजगंज में फंस गये है। उक्त श्रमिकों ने बंधुनगर स्थित एक खाली घर में आश्रय लिया है। श्रमिक दल के वैजु यादव ने कहा कि गत जनवरी महीने में वे लोग राजगंज में आये थे। उनके साथ बिहार से 13 लोग और उत्तरप्रदेश से 4 लोग आये थे। सभी लोग खटिया बनाकर गांव-गांव में बेचते है।
कोरोना के लिये 22 मार्च को "जनता कर्फ्यू" आह्वान किया गया था। उसके बाद वे लोग घर जाने वाले थे, लेकिन उसके बाद से लाॅकडाउन शुरू हो गया। जिस वजह से वे लोग राजगंज में ही फंस गये। वहीं, उनकी जेब में जो रूपये था वह इन कुछ दिनों में खर्च हो गये है। गुरूवार को इसकी जानकारी आमबाड़ी चौकी पुलिस को दी गयी। इसके बाद पुलिस की ओर से उन लोगों को 25 किलो चावल और 10 किलो आटा दी गयी।
शुक्रवार को राजगंज के बीडीओ श्रमिकों से मिलने पहुंचे।श्रमिकों का कहना है कि यहां का प्रशासन उन्हें घर पहुंचाने की व्यवस्था कर दे। बीडीओ एनसी शेर्पा ने कहा उक्त श्रमिकों का राजगंज ग्रामीण अस्पताल में स्वास्थ्य जांच की जा रही है।
अभी लाॅकडाउन के कारण उन्हें घर नहीं पहुंचाया जा सकता है। फिलहाल, वह लोग बंधुनगर स्थित उक्त घर पर ही रहेंगे। लाॅकडाउन तक आमबाड़ी पुलिस व बीडीओ ऑफिस की ओर से श्रमिकों को खाद्य सामग्रियां दी जायेगी।